The best Side of shiv chalisa lyrics in hindi

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लै त्रिशूल शत्रुन को मारो । संकट से मोहि आन उबारो ॥

पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे ॥

अर्थ- पवित्र मन से इस पाठ को करने से भगवान शिव कर्ज में डूबे को भी समृद्ध बना देते हैं। यदि कोई संतान हीन हो तो उसकी इच्छा को भी भगवान शिव का प्रसाद निश्चित रुप से मिलता है।

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एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥

गले रुण्डमालं तनौ सर्पजालं महाकालकालं गणेशाधिपालम् ।

श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान ।

सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा। नारद सारद सहित अहीसा।।

लोकनाथं, शोक – शूल – निर्मूलिनं, शूलिनं मोह – तम – भूरि – भानुं ।

पुत्र हीन कर इच्छा कोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥

ॠनियां जो कोई हो अधिकारी। पाठ करे सो पावन हारी॥

चंदन मृगमद सोहै भाले शशिधारी ॥ ॐ जय शिव…॥

भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥

त्रयोदशी ब्रत करे हमेशा। तन नहीं ताके रहे कलेशा॥

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